राजस्थान में मौसम ने ली करवट, 12 जिलों में ओलावृष्टि का अलर्ट, दक्षिणी राज्यों में भी बारिश

जयपुर
राजस्थान में मौसम ने एकदम से करवट ले ली है। मानसून की विदाई होने के बावजूद कई जिलों में बारिश हो रही है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम विभाग ने भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान लगाया है। मौसम विभाग ने तूफान और बारिश को लेकर भी अलर्ट जारी किया है। मौसम के इस बदलाव के चलते कई जिलों में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सुबह और रात में हल्की ठंड का अहसास भी होने लगा है।

कई जिलों में अलर्ट जारी
जयपुर मौसम विभाग की मानें तो 12 जिलों में तेज बारिश हो सकती है और इसके लिए योलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। विभाग ने ओलावृष्टि की भी संभावना जताई है। जिन इलाकों में बारिश की संभावना है, उनमें टोंक, बारां, कोटा, बूंदी, झालावाड़, भीलवाड़ा, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ और राजसमंद है। यहां बारिश के साथ ओलावृष्टि की भी आशंका है।

कैसा है मौसम का हाल?
मौसम विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश देखी गई है। सबसे अधिकतम तापमान जालौर में देखा गया, जहां 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी राजस्थान के कोटा, अजमेर और उदयपुर में हल्की बारिश देखी गई। वहीं, पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क बना रहा।

कैसा रहेगा आगे का मौसम?
IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के चलते चक्रवाती परिसंचरण अरब सागर तल बन रहा है। इसके अगले 2 से 3 दिनों के दौरान पूर्वी राजस्थान में कई स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।  और आगे भी दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में बारिश की संभावना है। वहीं पूर्वी हवाओं के प्रभाव के चलते उदयपुर, कोटा और जोधपुर में तेज बारिश की संभावना है।

दक्षिणी राज्यों में भी बारिश  
आईएमडी के महानिदेशक डा. मृत्युंजय महापात्रा ने देश के दक्षिणी राज्यों में अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी में बनने वाले दबाव के क्षेत्र से उत्तर भारत के राज्यों को बेअसर बताया है। इसके असर से तटीय हिस्से एवं दक्षिण के कुछ राज्यों में ही बारिश होगी।

यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में असर नहीं
मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के कुछ इलाके भी प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश एवं बिहार समेत उत्तर भारत के कई राज्यों पर इसका खास असर नहीं पड़ेगा। आइएमडी के अनुसार अरब सागर में सर्कुलेशन बन चुका है, जो रविवार की सुबह तक डीप डिप्रेशन में तब्दील हो जाएगा, लेकिन इससे भारत को खतरा नहीं होने जा रहा, क्योंकि इसकी दिशा ओमान की तरफ है।