राजस्थान-नागौर में भ्रष्ट थानेदार से प्रताड़ित दुष्कर्म पीड़िता युवती और पिता ने की आत्महत्या

नागौर.

नागौर जिले के जायल उपखंड के खाटू थाना इलाके के गेलोली गांव में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया। गायलेली गांव के किसान और उसकी 17 वर्षीय नाबालिग बेटी ने मंगलवार को अपने ही घर में फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। बताया गया कि 13 जून 2024 को किसान की नाबालिक बेटी का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया गया था।

पीड़िता ने घटना के बाद 14 जून 2024 को थाने में मुकदमा दर्ज करवाया। आरोप है कि पुलिस और आरोपियों ने आपस में सांठ-गांठ कर पीड़ित परिवार को ही लगातार धमका रहे थे। कल रात को आरोपी पीड़िता के घर पहुंचकर जान से मारने की धमकी दी। धमकी और थाने में सुनवाई न होने के कारण पीड़िता ने अपने पिता के साथ सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही खाटू थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मौका मुआयना करने के दोनों के शवों को पुलिस ने उप जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया है। वहीं परिजन बड़ी खाटू थाने के एसएचओ और मांगीलाल व मोतीराम के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की मांग कर रहे हैं।

मरने से पहले लिखा नोट
मृतका ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि मांगीलाल चुआ वाले 08/07/2024 को रात 12 बजे घर आए। उनके साथ 2-3 जने और भी थे। उन्होंने जान से मारने की धमकी दी। आत्महत्या के इस कदम के पीछे मेरे भाइयों का कोई दोष नहीं है और न बाबा का कोई दोष है।

एसएचओ पर साठ-गांठ का अरोप
मृतका के भाई ने बताया कि 13 जून 2024 को मांगीलाल और मोतीराम और अन्य लोग मिलकर मेरी बहन का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया। हमने बड़ी खाटू थाने में 14 जून को अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया। उसके बाद तत्कालीन एसएचओ आरोपियों के साथ मिलकर हमारे को ही धमकाते रहे। कल दे रात आरोपियों ने हमारे घर पर पहुंचकर मेरे चाचा जी और मेरी बहन को जान से मारने की धमकी दी थी। इससे आहत होकर मेरी बहन और मेरे चाचा जी ने आत्महत्या कर ली।

सुसाइड नोट में नामजद आरोपी गिरफ्तार
नागौर जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया की नागौर जिले के जायल उपखंड के बड़ी खाटू इलाके के गेलोली गांव में एक बाप और उसकी नाबालिक लड़की के अपने ही घर की छत से लटकर आत्महत्या कर ली। दोनों के शवों को उप जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है। सुसाइड नोट के आधार पर नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक संदिग्ध को डीटेन भी किया है। हमारे एसएचओ की लापरवाही सामने आई थी। हमने एसएचओ को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मामले का अनुसंधान जारी है।

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