भोपाल, म. प्र.: समरधा भोपाल स्थित सिग्नेचर एस -9 कॉलोनी मे स्कूल से लौट रहे 2 मासूमों पर आवारा कुत्तो ने किया हमला, बुरी तरह घायल

राजधानी भोपाल मे आवारा कुत्तों का आतंक बच्चों पर बहुत भारी पड़ रहा है. समरधा भोपाल स्थित सिग्नेचर एस -9 कॉलोनी मे स्कूल से लौट रहे 2 मासूम बच्चों पर कॉलोनी के अंदर चार आवारा कुत्तो ने हमला कर दिया. इस हादसे मे दोनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए.

कुत्तों के आतंक की डरावनी रिपोर्ट

एक रिपोर्ट के अनुसार भोपाल शहर में हर दिन 60 से ज्यादा डॉग बाइटिंग के मामले होते हैं. सालभर में यह आंकड़ा 21 हजार के पार पहुंच जाता है. पिछले 5 सालों में आवारा कुत्तों ने शहर में चार मासूमों तो नोंच-नोचकर मार डाला. 2018 में डेढ़ साल के रजा को डॉग्स ने अपना शिकार बनाया तब से लेकर 2024 में 6 माह के केशव की मौत तक यह सिलसिला जारी है. जान गंवा चुके मासूमों के घावों का दर्द उनके परिजनों के मन और मस्तिष्क में हमेशा के लिए रह जाता है.

महापौर हेल्पलाइन में 300 से ज्यादा शिकायतें

भोपाल नगर निगम की मेयर मालती राय ने आज मंगलवार को महापौर हेल्पलाइन पर सुनवाई की, बता दें कि इस हेल्पलाइन में कुत्तों को लेकर कुल 300 से ज्यादा शिकायतें सामने आ चुकी हैं. शिकायतों को देखते हुए महापौर ने नगर निगम अधिकारियों को डॉग्स को पकड़ने के लिए टीम बढ़ाने को कहा है.

कहां-कहां है ज्यादा आतंक?

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोलार रोड़ की बात करें तो नयापुरा, बीमाकुंज,कान्हाकुंज, गेहूंखेड़ा, ललितानगर में कुत्तों के झुंड दिखाई देते हैं. यहां वे लोगों के पीछे दौड़ लगाते हैं. शहर के बांसखेड़ी, अशोका गार्डन, कटारा हिल्स, वर्धमान ग्रीन पार्क, और करोंद इलाकों में भी स्ट्रीट डॉग्स का आतंक है. वहीं अवधपुरी, बीडीए कॉलोनी, करोंद, बैरागढ़, अयोध्या बायपास, जेके रोड, जिंसी, जहांगीराबाद, शाहजहांनाबाद समेत अन्य इलाकों में भी झुंड नजर आते रहते हैं.

रोहित नगर मे 3 पेट लवर्स पर FIR दर्ज

रोहित नगर के लक्ष्मी परिसर के रहवासियों ने तीन पेट लवर्स के खिलाफ शाहपुरा थाने मे FIR दर्ज करवाया. इस कॉलोनी मे कुत्तों ने 25 से 27 दिसंबर के बीच तीन अलग अलग लोगों को काटा तो रहवासियों ने निगम की डॉग स्क्वाड टीम को बुलवाया था परन्तु जब 31 दिसंवर को डॉग स्क्वाड टीम कुत्ते पकड़ने पहुंची तो पेट लवर्स अंकित मिश्रा, श्वेता मिश्रा एवं बिंदु घाटपाण्डेय ने विवाद किया एवं कुत्तों को नहीं पकड़ने दिया था.