भोपाल
भाजपा संगठन के लिए मुसीबत बने सागर के लिए दो जिलाध्यक्षों के नाम का मंगलवार को एलान कर दिया गया। इसके अलावा 11 अन्य जिलाध्यक्षों के नाम घोषित किए गए हैं। इनमें से 2 जिलाध्यक्षों को दोबारा कमान सौंपी गई है। गौरतलब है कि रविवार को प्रदेश भाजपा ने उज्जैन और विदिशा के जिलाध्यक्षों के नामों का एलान किया था,तो सोमवार को 18 जिलाध्यक्ष तय हुए थे। इसी क्रम में तीसरे दिन यानि कि मंगलवार को एक दर्जन जिलाध्यक्षों के चेहरे साफ कर दिए हैं। इस तरह अब तक तीन दिनों में 32 जिलों के अध्यक्षों की घोषणा की गई है। सागर जिले के नेताओं के विवाद को खत्म करने के लिए दो भागों में बांटा गया। इस तरह भाजपा के संगठनात्मक दृष्टि से 60 से बढक़र 61वें संगठन जिले ने मूर्त रूप ले लिया। मंगलवार को जो सूची भाजपा ने जारी की है, उसमें से दो जिला अध्यक्ष रिपीट किए गए हैं। कटनी में दीपक टंडन सोनी और बालाघाट में रामकिशोर कांवरे को फिर से जिला अध्यक्ष बनाया गया है। इससे सोमवार को घोषित हुए 18 जिलाध्यक्षों में से 9 रिपीट किए गए थे। अब तक 11 जिला अध्यक्ष रिपीट किए गए हैं। कटनी में अश्वनी गौतम का भी नाम चर्चा में था,जिनके लिए कुछ विधायक लांबिग कर रहे थे,लेकिन यहां से सांसद और प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने दीपक को दूसरी बार कमान देना चाहते थे। जिसके लिए उन्होंने दूसरे विधायकों से चर्चा कर आम सहमति बना ली।
वीडी की पहल से राजौरिया बने अध्यक्ष
ग्वालियर नगर अध्यक्ष को लेकर भी नेताओं के बीच होड़ मची रही। बताया जा रहा है कि रामेश्वर भदौरिया को जिलाध्यक्ष बनाने के लिए सांसद भारत सिंह कुशवाहा सहित दूसरे बड़े नेता सक्रिय हुए, तो केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया की ओर से शिव बरुआ का नाम आगे बढ़ाया गया। इधर प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने जयप्रकाश राजौरिया के नाम को आगे बढ़ाया। बताया गया है कि आम सहमति नहीं बनने पर शर्मा ने विधानसभाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर से ग्वालियर में बंद कमरे में चर्चा की। इसके बाद उनकी भोपाल में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात हुई। इसके बाद राजौरिया के नाम पर सहमति बनाई गई।
श्याम को कमान से कई नेता नजरंदाज
अनूपपुर की कमान युवा हीरा सिंह श्याम को दी गई है। पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में हीरा सिंह श्याम को पुष्पराजगढ़ विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। कहा जा रहा है कि आपसी प्रतिद्वंद्धता के चलते श्याम महज 28 सौ वोट के अंतर से चुनाव हार गए और अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। चर्चा है कि शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह किसी दूसरे नेता के लिए प्रयास रत थीं, लेकिन बाद में संगठन के निर्देश पर श्याम के नाम पर सहमति बनाई गई अनूपपुर से प्रेमकुमार यादव का नाम भी चर्चा में रहा है।
भार्गव और शैलेन्द्र जैन को मिला महत्व
सागर के जिलाध्यक्ष को लेकर जिस तरह से पिछले एक पखवाड़े में नेताओं के बीच राजनीतिक जंग रही, उससे नेतृत्व को वहां दो जिलाध्यक्ष बनाए जाने का फार्मूला निकालना पड़ा। दरअसल यहां से पूर्व सांसद राजबहादुर सिंह की दावेदारी को लेकर एकराय नहीं बन पा रही थी। कुछ नेता श्याम तिवारी के लिए प्रयास कर रहे थे। दो जिलाध्यक्ष बनाए जाने के निर्णय के बाद भी एकराय नहीं बन रही थी। सूत्रों की मानें तो इस पर वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने हस्तक्षेप करते हुए स्थानीय नेताओं को दो नामों पर सहमत कर लिया। सागर नगर के लिए श्याम तिवारी और सागर ग्रामीण के लिए रानी पटेल कुशवाहा के नाम पर मुहर लगाई गई है। श्याम तिवारी को सागर विधायक शैलेन्द्र जैन का करीबी माना जाता है। जैन ने ही श्याम तिवारी के लिए मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत और दूसरे विधायकों को मनाया। इसी तरह ग्रामीण जिलाध्यक्ष रानी पटेल कुशवाहा वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव की समर्थक मानी जाती हैं। ऐसे में नेतृत्व ने गोविन्द सिंह राजपूत और गोपाल भार्गव को इन नियुक्तियों के जरिए संतुष्ट करने की कोशिश की है।
इन जिलों के अध्यक्ष हुए घोषित
सागर -श्याम तिवारी
दमोह -श्याम शिवहरे
अनूपपुर -हीरा सिंह श्याम
शाजापुर- रवि पांडे
बालाघाट -रामकिशोर कांवरे
सागर ग्रामीण -रानी पटेल कुशवाहा
ग्वालियर नगर -जयप्रकाश राजोरिया
कटनी -दीपक टंडन सोनी
सिंगरौली -सुंदर शाह
जबलपुर नगर -रत्नेश सोनकर
डिंडौरी -चमरू नेताम
दतिया -रघुवीर शरण कुशवाहा