श्वेतांबर जैन समाज के पर्युषण पर्व शुरू, तप-त्याग-संयम की होगी साधना

कुक्षी

31 सितंबर आज से भादोवदी पर्युषण महापर्व प्रारंभ होंगा । श्वेतांबर जैन कुक्षी श्रीसंघ के अनुयायीयो द्वारा नगर के पाचो मंदिरो मे भगवान का विशेष श्रृंगार, धार्मिक अनुष्ठान होंगा। जहाँ त्याग, तपस्या व भक्ति भाव से समाज जन आराधना कर कर्म क्षय कर आत्मशुद्धि करेंगे।

श्वेताम्बर जैन मंदिरों में आत्म शुद्धि के महापर्व पर्युषण पर्व शनिवार से शुरू हो रहे हैं। प्रतिदिन भगवान जिनेन्द्र के अभिषेक विशेष पूजा अर्चना के साथ अष्टानिका, कल्पसूत्र का व्याख्यान होगा।  ओसवाल धर्मशाला में संघ रत्न आदरणीय मनोहरलाल जी पुरानिक के सानिध्य में उनकी मुखवाणी से व्याखान सुबह होगा जहाँ समाज जन श्रमण करेंगे।

समाज रत्न श्रीसंघ संघ कुक्षी के अध्यक्ष मनोहरलाल जी पुराणिक ने बताया की पर्युषण पर्व के दिनों में जैन धर्मावलंबी भौतिक सुख-सुविधाओं से दूर रहकर व्रत उपवास के साथ तप-त्याग-संयम की आराधना करते हैं। वही इन दिनों मे श्री पानाजी व श्री पालनाजी का चल समारोह निकलेगा। दूसरे दिन भगवान महावीर स्वामी जी का जन्मोत्सव भक्तिभाव से मनाया जाएगा। प्रतिदिन कल्पसूत्र का व्याख्यान होगा। इसके साथ ही समाज के बच्चों द्वारा प्रतिदिन कई धार्मिक कार्यक्रम होंगे। वही इन दिनों मे आत्म के शुद्धिकरण व जीवन जीने की कला और इस भौतिक युग में आत्मशांति व आत्म प्रदूषण को दूर करने का नाम पर्युषण है, क्रोध, मान, माया लोभ, कसाय आदि जो मनुष्य को पाप में लगाती हैं, उन्हें हम तप त्याग संयम की साधना के साथ आत्मशुद्धि के माध्यम से दूर करते हैं। प्रयूषण महापर्व के इन आठो दिनों के आयोजन को समाज के नवयुवक परिषद, महिला मंडल, बहु मंडल, तरुण परिषद व समाज के युवाओ द्वारा संभाला जाएगा।