गुरुग्राम :दिव्या का छठा गुनहगार: अभिजीत का PSO अरेस्ट, इसी ने मुहैया कराया था मॉडल को मारने के लिए हथियार

गुरुग्राम : दिव्या पाहुजा का शव शनिवार को हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना इलाके की नहर में कूदनी हेड में फंसा मिला है। पीठ पर बने टैटू से दिव्या पाहुजा की बहन नैना पाहुजा ने शव की पहचान की है।

दिव्या पाहुजा  हत्याकांड में पुलिस ने होटल मालिक अभिजीत सिंह के पीएसओ प्रवेश को गिरफ्तार किया। इस हत्याकांड में यह छठी गिरफ्तारी है। प्रवेश हरियाणा के रोहतक का रहने वाला है और इस पर पहले से कई संगीन मामले दर्ज हैं। अभिजीत को हथियार की सप्लाई करता था। पुलिस ने उसके निशान देही पर अभिजीत के कब्जे पर से अन्य हथियार बरामद किए। प्रवेश रोहतक के किल्हौड़ गांव सदर थाना क्षेत्र का रहने वाला है।

तीन साल से अभिजीत के साथ काम करता है प्रवेश
पुलिस टीम को छानबीन में पता चला है कि प्रवेश तीन साल से अभिजीत के पास पीएसओ के रूप में काम करता था। उस पर रोहतक के सदर थाने आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसने अभिजीत को अलग-अलग तीन अवैध हथियार उपलब्ध कराए थे। जो अभिजीत के आवास जे-21 से बरामद किए जा चुके हैं।
नहर में मिली डेड बॉडी
दिव्या पाहुजा  का शव शनिवार को हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना इलाके की नहर में कूदनी हेड में फंसा मिला है। पीठ पर बने टैटू से दिव्या पाहुजा की बहन नैना पाहुजा ने शव की पहचान की है। गुरुग्राम पुलिस के डीसीपी क्राइम विजय कुमार ने इसकी पुष्टि की है।
140 किलो मीटर दूर मिला दिव्या का शव
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दिव्या के शव को ठिकाने लगाने के बाद बलराज गिल और रवि बंगा बस से जयपुर होते हुए उदयपुर गए थे। उदयपुर से बस से कानपुर पहुंचे और वहां से ट्रेन पकड़कर कोलकाता पहुंचे। जिस स्थान पर दिव्या के शव को ठिकाने पर लगाया था, वहां से करीब 140 किलोमीटर दूर डेड बॉडी मिली है।
बलराज ने बताया दिव्या की लाश का राज
पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार अभिजीत का साथी आरोपी बलराज गिल (Balraj Gill) की निशानदेही पर ही डिस्ट्रीब्यूटर के पास पानी बंद होने पर सफलता मिली है। यह नहर पंजाब के भाखड़ा से निकलती है। पुलिस शव का डीएनए टेस्ट करा सकती है। बता दें कि बलराज ही वो शख्स था जो दिव्या की लाश को कार में डालकर ठिकाने लगाने के लिए दो जनवरी को गुरुग्राम से फरार हुआ था। इसके साथ एक अन्य साथी रवि बंगा भी था। ये दोनों देश छोड़कर बैंकॉक जाने की फिराक में थे।